(BuzzBlendNews स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली)
लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के कप्तान ऋषभ पंत ने आखिरकार अपने बल्ले से वह प्रदर्शन दिखाया, जिसका इंतज़ार उनके फैंस और टीम कर रहे थे। सोमवार को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के खिलाफ खेले गए मुकाबले में पंत ने 19 पारियों के लंबे इंतज़ार के बाद अर्धशतक जड़कर अपनी वापसी का एलान किया। यह न केवल उनके लिए, बल्कि पूरी टीम के लिए एक राहत भरी पारी थी, क्योंकि लखनऊ की बल्लेबाजी इस सीजन अब तक उनके विदेशी खिलाड़ियों पर निर्भर रही थी।
गुरु धोनी के सामने खेला जबरदस्त इनिंग्स
ऋषभ पंत एमएस धोनी को अपना गुरु मानते हैं, और इस मैच में उन्होंने अपने ही गुरु की टीम के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी करके साबित किया कि वह अभी भी बड़े मौकों पर खेल सकते हैं। पंत ने 49 गेंदों में 63 रन की मैच-विजयी पारी खेली, जिसमें 4 चौके और 4 छक्के शामिल थे। उन्होंने टीम को मुश्किल हालात से निकालते हुए 166 रन तक पहुँचाया, जो CSK के लिए एक चुनौतीपूर्ण टार्गेट साबित हुआ।
तीनों विदेशी धुरंधर फेल, पंत ने संभाला जिम्मेदारी
इस मैच में LSG के तीनों मुख्य विदेशी बल्लेबाज निकोलस पूरन, मिचेल मार्श और एडेन मार्करम फेल हो गए, जिससे टीम की बल्लेबाजी को गहरा झटका लगा। मार्करम तो पहले ही ओवर में खलील अहमद की गेंद पर राहुल त्रिपाठी के शानदार कैच की भेंट चढ़ गए। पूरन भी अंशुल कम्बोज के हाथों सिर्फ 8 रन बनाकर पवेलियन लौट गए, जबकि मार्श 25 गेंदों में केवल 3 रन ही बना सके।
इन विफलताओं के बीच आयुश बडोनी (22 रन) और अब्दुल समद (20 रन) ने कुछ सहयोग दिया, लेकिन पंत की पारी ही वह आधार बनी जिसने LSG को एक प्रतिस्पर्धी स्कोर तक पहुँचाया।
निष्कर्ष: पंत की वापसी से LSG को मिला बड़ा बूस्ट
ऋषभ पंत का यह अर्धशतक न केवल उनके लिए, बल्कि पूरी टीम के लिए एक आत्मविश्वास बढ़ाने वाला पल था। अगर वह इसी फॉर्म में आगे भी खेले, तो लखनऊ सुपर जायंट्स के प्लेऑफ़ में पहुँचने की संभावनाएँ और मजबूत हो सकती हैं।